नई दिल्ली. अयोध्या में राममंदिर निर्माण से पहले भूमिपूजन कार्यक्रम के बाद एक निजी चैनल को दिए साक्षात्कार में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मस्जिद शिलान्यास पर उन्हें कोई बुलाएगा भी नहीं और ना ही मैं जाऊंगा.
बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि मेरा जो काम है वो काम मैं करूंगा. मैं अपने काम को हमेशा कर्तव्य और धर्म मानकर चलता हूं. मैं जानता हूं कि मुझे कोई बुलाएगा नहीं इसलिए मैं जाऊंगा भी नहीं.
सीएम ने कहा कि मैं किसी भी तरह की दुविधा में नहीं हूं और न ही किसी को रहना चाहिए. सीएम ने कहा कि बुलावा मेरे लिए संकट नहीं है, लेकिन दूसरों के लिए संकट जरूर है.
भूमि पूजन पर सीएम योगी ने कहा कि इस दिन का सभी इंतजार कर रहे थे. ये दिन इतिहास में सबसे अहम और लोकतंत्र में भरोसा रखने वालों का दिन है. शांतिपूर्ण ढंग से पूरा विवाद निपटा है. ये तारीख 500 सालों बाद आई है. उन्होंने कहा कि जिस अवधपुरी का एहसास कराने के लिए 500 साल से प्रतीक्षा थी, उसकी पूरे दुनिया को, समस्त भारतवासियों की भावनाओं को मूर्त रूप देने का ये अवसर अब पूरा हुआ है.
इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ भूमि दिए जाने का फैसला दिया था.