कांग्रेस का दावा- असम में बीजेपी के सीएम उम्मीदवार हो सकते हैं पूर्व CJI रंजन गोगोई

TV9 Bangla Digital | Edited By: TV9 Bangla

Aug 27, 2020 | 9:07 AM

पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने राम मंदिर विवाद का फैसला देकर अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है. जो विवाद दशकों से अदालतों में चक्कर काट रहा था, जिसका फैसला देने में सभी लोग घबरा रहे थे, उसे जस्टिस रंजन गोगोई ने बड़ी आसानी से दे दिया था. जिस विवाद के कारण कांग्रेस […]

कांग्रेस का दावा- असम में बीजेपी के सीएम उम्मीदवार हो सकते हैं पूर्व CJI रंजन गोगोई

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पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने राम मंदिर विवाद का फैसला देकर अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है. जो विवाद दशकों से अदालतों में चक्कर काट रहा था, जिसका फैसला देने में सभी लोग घबरा रहे थे, उसे जस्टिस रंजन गोगोई ने बड़ी आसानी से दे दिया था.

जिस विवाद के कारण कांग्रेस अपनी राजनीति कर रही थी. पूर्व चीफ जस्टिस ने उसे ही खत्म कर दिया. इसी कारण से मोदी सरकार ने उन्हें राज्यसभा भेजा है. कांग्रेस को अब लगा रहा है कि आने वाले समय में बीजेपी पूर्व जस्टिस को असम के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर उतार कर चुनाव लड़ सकती है.

असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता तरुण गोगोई के अनुसार आने वाले चुनाव में जस्टिस रंजन गोगोई बीजेपी की ओर से असम के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. उन्होंने कहा कि मेरे सूत्रों ने मुझे इस बात की जानकारी दी.

तरुण गोगोई ने कहा कि मैंने अपने सूत्रों से सुना है कि मुख्यमंत्री पद के लिए बीजेपी के उम्मीदवारों की सूची में रंजन गोगोई का नाम है. उन्होंने कहा कि मुझे संदेह है कि उन्हें असम के लिए अगले संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जा सकता है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि जस्टिस रंजन गोगोई यदि राज्यसभा जा सकते हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर भी उतारा जा सकता है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि यह सब राजनीति है. अयोध्या राम मंदिर मामले के फैसले को लेकर बीजेपी रंजन गोगोई से खुश है. उन्होंने राज्यसभा नामांकन स्वीकार करके धीरे-धीरे राजनीति में कदम रखा.

तरुण गोगोई ने कहा कि उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता स्वीकार करने से मना क्यों नहीं किया? गोगोई ने कहा कि रंजन गोगोई बड़ी आसानी से मानवाधिकार आयोग या अन्य अधिकार संगठनों के अध्यक्ष बन सकते थे. उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा है और इसीलिए उन्होंने नामांकन स्वीकार किया.

गोगोई ने कहा कि मैं राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बनने वाला हूं. मैं मार्गदर्शक बनना चाहता हूं या सलाहकार के रूप में कार्य करना चाहता हूं. कांग्रेस में कई योग्य उम्मीदवार हैं जो कार्यभार संभाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि संभावित गठबंधन से किसी आम उम्मीदवार को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया जाना चाहिए.

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