कोरोना महामारी के बीच मोदी सरकार ने संसद का मानसून सत्र बुलाने की तैयारी शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक सितंबर के दूसरे सप्ताह से सत्र शुरु हो सकता है. इस बार संसद सत्र 4 सप्ताह का होने की संभावना है.
कोरोना के कारण इस बार संसद सत्र का नजारा कुछ अलग होगा. जानकारी के मुताबिक इस बार संसद के दोनों सदनों में साथ में नहीं बल्कि वैकल्पिक दिनों में कार्यवाही चलेगी. यानी एक दिन लोकसभा और एक दिन राज्यसभा की कार्यवाही चलाई जाएगी.
जानकारी के मुताबिक लोकसभा की कार्यवाही लोकसभा हॉल, राज्यसभा हॉल और सेंट्रल हॉल से चलने की संभावना है. जबकि राज्यसभा की कार्यवाही राज्यसभा और लोकसभा हॉल और लॉबी में आयोजित की जाएगी. हालांकि अभी तक बैठने की व्यवस्था के बारे में अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.
कोरोना वायरस संक्रमण की संभावना को देखते हुए भवन के हर एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर सैनिटाइजर्स मुहैया कराए जाएंगे. पहले इस प्रस्ताव पर बात हुई थी कि सेंट्रल हॉल से हर दिन 4-4 घंटे की शिफ्ट में दोनों सदन चलें. पहले हाफ में लोकसभा सदस्यों को बिठाने का प्लान है, जबकि दूसरे हाफ में राज्यसभा सांसदों को बैठाने की योजना बनाई जा रही है.
विपक्ष ने शुरु की सरकार को घेरने की तैयारी
सरकार को घेरने के लिए विपक्ष इस बार पहले से तैयारी कर रहा है. जानकारी के मुताबिक इस बार सत्र में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर रहा है. जिनमें LAC विवाद, फेसबुक विवाद, कोरोनावायरस और गिरती अर्थव्यवस्था प्रमुख हैं.