अहमदाबाद, गुजरात।
गुजरात में बारिश का प्रकोप जारी है. राज्य के170 तालुका में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई है. कई नगरों में भारी जल भराव से लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. इसके अलावा राज्य के 206 बांधों में से 103 बांधों में क्षमता का 90 प्रतिशत तक पानी भर चुका है.
वहीं 60 बांध 100 प्रतिशत पानी से भर चुके हैं. इन बांधों के प्रबंधन ने हाई अलर्ट जारी कर रखा है. सूरत के चौरासी में 5.5 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि नवसारी के चिखली, गनदेवी और नवसारी में 5 इंच बारिश हुई है.
नवसारी में जलालपुर और खेरगाम, साबरकांठा में तलोद, वलसाड में पाटन, उमरगाम और वापी में 4 इंच बारिश हुई. जबकि तापी के डोलवन, वलसाड के कापड़ा और पारदी, नवसारी के वांसदा, डांग के वधई, सूरत के बारडोली में 3 इंच बारिश दर्ज की गई है.
सूरत में पलसाना, बनासकांठा में दांता, डांग में अहवा और वलसाड में धरमपुर में 2 इंच बारिश हुई. अहमदाबाद शहर में गुरुवार शाम से भारी बारिश हो रही है. अहमदाबाद में, वास्तुपुर, लो गार्डन, वस्त्राल, सीटीएम, रबारी कॉलोनी, खोखरा, जशोदा नगर, अमराईवाड़ी में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है.
गांधीनगर जिले में में बारिश हुई. यहां के इंफोसिस सेक्टर के सरगासन में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है. कलोल में भी भारी बारिश होने से मुख्य सड़क पर पानी भर गया है. इस साल मानसून के दौरान शहर में अब तक 26.41 इंच बारिश हुई है.
सरखेज में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश 29.36 इंच दर्ज की गई है. इसके अलावा पूर्वी क्षेत्र में 669.36 मिमी, पश्चिमी क्षेत्र में 659.47 मिमी, उत्तर-दक्षिण क्षेत्र में 602.75 मिमी, मध्य क्षेत्र में 713 मिमी, उत्तरी क्षेत्र में 621.58 मिमी और दक्षिणी क्षेत्र में 694.75 मिमी वर्षा हुई.
गुजरात में भारी बारिश के बाद राज्य के 103 बांधों को 30 अगस्त तक हाई अलर्ट पर रखा गया है. इन बांधों में 90 प्रतिशत से अधिक पानी का भंडारण हो चुका है. 8 बांधों के प्रबंधन की ओर से चेतावनी संकेत जारी किया गया है.
15 बांधों से चेतावनी दी गई है कि 70 से 80 प्रतिशत पानी संग्रहित हो चुका है. राज्य के 79 बांधों में पानी की क्षमता से 70 प्रतिशत से कम पानी है. राज्य के 62 बांध पानी से 100 फीसदी भरे हुए हैं, जिनमें से केवल 50 बांध सौराष्ट्र के हैं.
वर्तमान में सरदार सरोवर सहित राज्य में 206 बांधों की भंडारण क्षमता 61.75 प्रतिशत है. सबसे ज्यादा पानी सौराष्ट्र में 140 बांधों में 83.77 फीसदी और उत्तरी गुजरात में 15 बांधों में सबसे कम पानी 31.02 फीसदी है.
शतरुंजी बांध 5 साल बाद हुआ ओवरफ्लो
सौराष्ट्र का सबसे बड़ा और भावनगर की जीवन रेखा कहलाने वाला शतरुंजी बांध पांच साल बाद एक बार फिर कल रात ओवरफ्लो गया. ओवरफ्लो होने के कारण बांध के गेट खोलने पड़े. पानी छोड़ने से निचले इलाकों सहित 17 गांवों कोअलर्ट किया गया है.
आसपास क्षेत्रों में भारी बारिश से देर रात शतरुंजी बांध के ओवरफ्लो होने लगा. तब बांध प्रबंधन ने पहले 8 गेट खोले गए और फिर बांध में 20 गेट खोल दिये गये. बांध में पानी छोड़ने से पहले निचले इलाके 17 गांव जलमग्न हो गए हैं.
इनमें भैगाली, दतराड, पिंगली, टिमाना, सेवलिया, रॉयल, मखनिया, पार तलाजा, गोरखी, लिलीवाव, तरसारा और सार्तनपार, राजस्थली, लापलिया, लखावद, मायाधार और मेंधा गांवों को अलर्ट जारी किया गया है. सुबह पानी का स्तर कम होने पर सुबह 10 गेट बंद कर दिए गये. बांध के 10 गेट अभी भी 11 इंच तक खुले हैं, जिसमें से 807 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है.
भावनगर जिले की जीवन रेखा कहलाने वाले शतरुंजी बांध के पानी छोड़ने से भावनगर, पालिताना गारीधार में जल की समस्या हल हो गई. भावनगर जिले के कई गांवों में सिंचाई की समस्या भी हल हो गयी है.
हिन्दुस्थान समाचार/हर्ष