भारतीय तेज गेंदबाज के ईशांत शर्मा की नजरें इस समय एकदिनी क्रिकेट में वापसी करने पर टिकी हैं,साथ ही उन्होंने विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा बनने की इच्छा जताई है.
ईशांत, जिन्हें टेस्ट गेंदबाजी लाइन का महत्वपूर्ण गेंदबाज माना जाता है, ने आखिरी बार जनवरी 2016 में एकदिवसीय मैच खेला था.उन्होंने 80 एकदिवसीय मैच खेले हैं और 30.98 की औसत से 115 विकेट लिए हैं.
ईशांत ने एक खेल वेबसाइट द्वारा आयोजित वीडियोकॉस्ट में पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता को बताया, “जाहिर है, मैं विश्व कप में खेलना पसंद करूंगा.वास्तव में, मैं विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं, क्योंकि यह पूरी तरह से एक अलग एहसास होगा.हम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खेल रहे हैं, जो एक तरह से टेस्ट क्रिकेट में विश्व कप के बराबर है, लेकिन यह उतना लोकप्रिय नहीं है,जितना एकदिनी विश्व कप.”
31 वर्षीय दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 97 टेस्ट खेले और 32.39 की औसत से 297 विकेट हासिल किए.टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट क्लब में शामिल होने से ईशांत बस तीन विकेट दूर हैं.ईशांत ने कहा कि आंकड़ों ने उन्हें कभी परेशान नहीं किया, इसलिए कप्तान के साथ उनका सम्बन्ध हमेशा बेहतर रहा.
उन्होंने कहा,”एमएस धोनी ने हमेशा मेरा साथ दिया.मेरे पहले 50-60 टेस्ट के बाद भी, उन्होंने कभी नहीं कहा कि हम आपको बदलने के लिए किसी की तलाश करेंगे.97 टेस्ट खेलने के बाद भी, मैं अभी भी औसत और स्ट्राइक रेट जैसी चीजों को नहीं समझता.मैं कभी इन चीजों के बारे में परेशान नहीं हुआ हूं.अगर मैं इन्हें समझने में सक्षम नहीं हूं, तो मुझे उन पर भरोसा क्यों करना चाहिए? यह सिर्फ एक नंबर है.”
उन्होंने कहा,”अगर मैं भारत में गेंदबाजी कर रहा हूं और कप्तान मुझे इस तरह से गेंदबाजी करने के लिए कहता है कि मैं 20 ओवरों में केवल 40 रन दूं और स्पिनरों का विकेट लेने में ध्यान होगा, तो मेरे लिए यही महत्वपूर्ण है.”
उन्होंने कहा कि मेरा गेंदबाजी औसत 37 के आसपास है.मेरा संचार मेरे कप्तान के साथ हमेशा रहा और इसीलिए धोनी ने मेरा साथ दिया.ईशांत अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते नजर आएंगे.53 दिवसीय यह टूर्नामेंट 19 सितंबर – 10 नवंबर तक यूएई (दुबई, अबू धाबी और शारजाह) में तीन स्थानों पर आयोजित किया जाएगा.
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील