नई दिल्ली. केरल के कोझिकोड में करीपुर एयरपोर्ट पर एयर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान लैंडिंग करने के दौरान फिसला और खाई में गिर गया. ये हादसा इतना भयानक था कि विमान दो हिस्सों में बंट गया. घटना में दो पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मामले की विस्तृत जांच का आदेश दिए हैं.
विमान में 190 यात्री सवार थे. विमान हादसा लैंडिंग के दौरान हुआ. हालांकि, गनीमत रही कि इस दौरान विमान में आग नहीं लगी. इस हादसे पर यूएस मिशन के हवाले से भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने दुख जताया है और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. स्थिति का जायजा लेने के लिए विदेश राज्यमंत्री कोझिकोड पहुंचे हैं.
केरल में हुए विमान हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया. पीएम मोदी ने विमान हादसे को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन से बात की है और हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है.
मृतकों में मुख्य पायलट कैप्टन दीपक साठे और उनके सह-पायलट अखिलेश कुमार भी शामिल हैं. साठे भारतीय वायु सेना में पहले विंग कमांडर रह चुके थे. एअर इंडिया एक्सप्रेस ने आधी रात को जारी बयान में कहा, दुर्भाग्य से पायलटों की मौत हो गई है और दुख की इस घड़ी में हम उनके परिजनों के संपर्क में हैं. नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी आज केरल के लिए रवाना हो गए हैं..
डीजीसीए के बयान में कहा गया कि हवाईपट्टी-10 पर उतरने के बाद विमान रुका नहीं और हवाईपट्टी के अंत तक पहुंचकर खाई में गिरने के बाद दो हिस्सों में टूट गया. एअर इंडिया एक्सप्रेस के बेड़े में सिर्फ बी737 विमान हैं.
असल में, वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एक्सप्रेस AXB1344, बोइंग 737 दुबई से कोझीकोड आ रहा था. दुबई से 184 यात्रियों और 2 पायलट समेत क्रू के 6 सदस्यों को लेकर कोझिकोड पहुंचा एयर इंडिया का विमान रनवे को पार करता हुआ दीवार से टकराया और दो टुकड़ों में बंट गया.
वंदे भारत मिशन’ के तहत दुबई से यात्रियों का वापस ला रहे एयर इंडिया के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का सबसे बड़ा कारण एयरपोर्ट के ’टेबलटॉप’ रनवे को माना जा रहा है. अमूमन ऐसे एयरपोर्ट पर विमानों की लैडिंग को खतरनाक माना गया है.
भारी बारिश के कारण रनवे पर जलभराव हो गया था जिसकी वजह से प्लेन रनवे से आगे निकलकर 35 फीट खाई में जा गिरा और दो टुकड़ों में बंट गया. इस हादसे में पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई.
22 मई 2010 में ठीक ऐसा ही एक हादसा मंगलूरू में हुआ था. उस वक्त एयर इंडिया की फ्लाइट 812 दुबई से मंगलूरू आई थी. ये फ्लाइट भी लैंडिंग के वक्त रनवे से फिसल गई थी और पहाड़ी में गिर गई थी. इस हादसे में 158 लोगों की मौत हुई थी.