अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन प्रारम्भ हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से राम मंदिर की पहली ईंट रखी गई. पूजन में पीएम मोदी के साथ RSS प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल रहे.
ये नजारे मंत्रमुग्ध करने वाले हैं. इस दृश्य को आसमान से देवता भी देख रहे होंगे. ये हमारा सौभाग्य है कि हमें ये दृश्य देखने को मिला, वरना हमारी ना जाने कितनी पीढ़ियां इसे देखने को तरसती रही हैं. जिस राम राज्य की कल्पना की जाती है. वो शायद यही है. सब लोग खुश हैं.
हर तरफ शांति है. मंत्रोच्चार से संपूर्ण आकाश गूंज रहा है. ये दृश्य रामनगरी अयोध्या का है. अयोध्या आज खुश है. उसके राजा राम का भव्य मंदिर का निर्माण होने वाला है. जिसकी कल्पना की थी, वो पल आज चुका है. 500 वर्षों से जिस मंदिर का इंतजार था, उसका निर्माण प्रारम्भ हो चुका है. देश के विद्वान ब्राम्हणों द्वारा भूमि पूजन का अनुष्ठान कराया गया.
गौरी-गणेश के बाद नौ ग्रहों, दशों दिशाओं, संपूर्ण देवताओं के साथ वराह, कछ्यप और शेषनाग का पूजन हुआ. ये वही देवता हैं, जिन्होंने संपूर्ण पृथ्वी को अपने ऊपर धारण कर रखा है. मंदिर भी चिरकाल तक स्थाई रहे इसके लिए इन देवताओं का पूजन करके इनको प्रसन्न किया गया.
इन देवताओं की चांदी की प्रतिमाओं को मंदिर की नींव में आसन दिया गया. ताकि ये मंदिर का भार अपने ऊपर धारण करें. जिसके बाद 9 शिलाओं का पूजन किया गया. इन शिलाओं को दुनियाभर के रामभक्तों ने पूजन करके दशकों पहले अयोध्या भेजा था.
मंदिर इतना भव्य होगा कि देश ही नहीं दुनिया में इसकी चर्चा होगी. अयोध्या में दीपावली जैसा नजारा है. रंग-बिरंगी रोशनी से नहाई अयोध्या में लोग दीपोत्सव मना रहे हैं. अयोध्यावासियों में उल्लास है. हर तरफ राम नाम के संकीर्तन की ध्वनि गूंज रही है. अयोध्या में आज हर्ष और उल्लास का माहौल है. नगर में कहीं रामचरित मानस का अखंड पाठ हो रहा है. तो कहीं महिलाएं सोहर गा रही है.
मंदिरों से साधुओं का रामनाम जाप हो रहा है. हर घर में दीप जलाए जा रहे हैं. रामलला दरबार को थाइलैंड के मनमोहक फूल, कहीं गेंदे के पीले फूलों की लड़ी तो कहीं रंग-बिरंगे फूल अपनी महक से सम्मोहित कर रहे हैं.