लद्दाख में चीनी सैनिकों से लड़ने वाले अपने जवानों के लिए ITBP ने की वीरता पदक की सिफारिश

नई दिल्ली. आईटीबीपी ने उन 21 कर्मियों के नाम बहादुरी पदक के लिए अनुशंसित किये हैं जिन्होंने पिछले मई और जून, 2020 के महीनों में ईस्टर्न लदाख में चीनी सैनिकों का झड़पों के दौरान बहादुरी से डटकर सामना किया था. इसके साथ ही, श्री एस एस देसवाल, डी जी आईटीबीपी ने 294 आईटीबीपी जवानों को […]

लद्दाख में चीनी सैनिकों से लड़ने वाले अपने जवानों के लिए ITBP ने की वीरता पदक की सिफारिश
Follow Us:
| Edited By: | Updated on: Aug 14, 2020 | 2:24 PM

नई दिल्ली. आईटीबीपी ने उन 21 कर्मियों के नाम बहादुरी पदक के लिए अनुशंसित किये हैं जिन्होंने पिछले मई और जून, 2020 के महीनों में ईस्टर्न लदाख में चीनी सैनिकों का झड़पों के दौरान बहादुरी से डटकर सामना किया था.

इसके साथ ही, श्री एस एस देसवाल, डी जी आईटीबीपी ने 294 आईटीबीपी जवानों को ईस्टर्न लद्दाख में चीनी सैनिकों का शौर्य और बहादुरी के साथ सामना करने के लिए डी जी प्रशंसा पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया है. 6 अन्य जवानों को छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के विरुद्ध सफल अभियानों के लिए डी जी प्रशंसा पत्र और प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया है.

आईटीबीपी जवानों ने ईस्टर्न लदाख में झड़पों के दौरान शील्ड का प्रभावशाली उपयोग किया और बहुत पराक्रम के साथ संख्या में ज्यादा पीएलए जवानों का सामना करते हुए उन्हें रोके रखा और स्थिति को नियंत्रण में रखा. बहुत आला दर्जे के युद्ध कौशल का परिचय देते हुए आईटीबीपी के जवानों ने कंधे से कन्धा मिलकर बहादुरी से संघर्ष किया और कई घायल सेना के जवानों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया.

आईटीबीपी के जवानों ने पूरी रात पीएलए का सामना किया और 17 से 20 घंटों तक उन्हें जवाबी कार्रवाई करते हुए रोके रखा. इन झड़पों में हाई altitude में आईटीबीपी जवानों की ट्रेनिंग और उनकी हिमालय में तैनाती की क्षमता से कई सामरिक महत्व के क्षेत्रों को सुरक्षित रखा जा सका.

इसके साथ ही आईटीबीपी ने अपने 318 कर्मियों के नाम और 40 अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के नाम केंद्रीय गृह मंत्री स्पेशल ऑपरेशन ड्यूटी मेडल के लिए अग्रेषित किये हैं जिन्होंने कोरोना के प्रसार को रोकने और अन्य प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

आईटीबीपी जनवरी से ही कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में बढ़ चढ़कर भूमिका निभाई है. बल ने देश का पहला 1000 बिस्तरों का क्वारंटाइन केंद्र छावला में बनाया जिसमें वुहान और बाद में इटली के भारतीय नागरिकों को रखा गया, साथ ही बल ने नई दिल्ली में 10000 बिस्तरों वाले विश्व के सबसे बड़े सरदार कोविड केयर सेंटर और हॉस्पिटल को भी संचालित कर रहा है.

ইনফোসিসের পতনে নারায়ণমূর্তির পরিবারের লস কত হয়েছে জানেন?
ইনফোসিসের পতনে নারায়ণমূর্তির পরিবারের লস কত হয়েছে জানেন?
জেলাশাসকের মাথায় ‘প্রভাবশালী শাশুড়ি’র হাত, ফের কোটি কোটির দুর্নীতির অ
জেলাশাসকের মাথায় ‘প্রভাবশালী শাশুড়ি’র হাত, ফের কোটি কোটির দুর্নীতির অ
এবার পাতালঘরে ঢুকে গেল বাংলাদেশের বাজার!
এবার পাতালঘরে ঢুকে গেল বাংলাদেশের বাজার!
রেলের শেয়ারেরই দিন, চড়চড়িয়ে বাড়ল ইরকন ইন্টারন্যাশনাল থেকে আরভিএনএল!
রেলের শেয়ারেরই দিন, চড়চড়িয়ে বাড়ল ইরকন ইন্টারন্যাশনাল থেকে আরভিএনএল!
অভিষেককে সরকারি হাসপাতালে চিকিৎসা করানোর জন্য মমতাকে পরামর্শ সুকান্তর
অভিষেককে সরকারি হাসপাতালে চিকিৎসা করানোর জন্য মমতাকে পরামর্শ সুকান্তর
১ দিনেই ৮০ শতাংশ লাফ, আপনার আছে নাকি এই শেয়ার?
১ দিনেই ৮০ শতাংশ লাফ, আপনার আছে নাকি এই শেয়ার?
যেন ক্লিয়ারেন্স সেল, পুরনো দামে মিলছে IRCTC, CONCOR
যেন ক্লিয়ারেন্স সেল, পুরনো দামে মিলছে IRCTC, CONCOR
পাহাড় চড়ল দালাল স্ট্রিট, আপার সার্কিট হিট করল একাধিক শেয়ার
পাহাড় চড়ল দালাল স্ট্রিট, আপার সার্কিট হিট করল একাধিক শেয়ার
নতুন বছরে নিন এই রেজোলিউশন, আসতে পারে অর্থনৈতিক স্বাধীনতা
নতুন বছরে নিন এই রেজোলিউশন, আসতে পারে অর্থনৈতিক স্বাধীনতা
কাটা ঘুড়ির মতো গোঁত্তা খেয়ে বাস্তবতার মাটিতে আছড়ে পড়েছে বাংলাদেশ
কাটা ঘুড়ির মতো গোঁত্তা খেয়ে বাস্তবতার মাটিতে আছড়ে পড়েছে বাংলাদেশ