खुशखबरीः भारत में कोरोना वैक्सीन का काउंटडाउन शुरू, 73 दिन में आ जाएगी वैक्सीन, फ्री में लगेंगा टीका

कोरोनावायरस से दुनिया के कई देश तबाह हो चुके हैं. पूरी दुनिया में इस वायरस से करोड़ों लोग संक्रमित हो चुके हैं. तो लाखों लोगों की इस महामारी से जान जा चुकी है. भारत में भी इस वायरस ने खूब तबाही मचाई है. देश में अब तक 30 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस की […]

खुशखबरीः भारत में कोरोना वैक्सीन का काउंटडाउन शुरू, 73 दिन में आ जाएगी वैक्सीन, फ्री में लगेंगा टीका
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| Edited By: | Updated on: Aug 23, 2020 | 9:03 AM

कोरोनावायरस से दुनिया के कई देश तबाह हो चुके हैं. पूरी दुनिया में इस वायरस से करोड़ों लोग संक्रमित हो चुके हैं. तो लाखों लोगों की इस महामारी से जान जा चुकी है. भारत में भी इस वायरस ने खूब तबाही मचाई है.

देश में अब तक 30 लाख से ज्यादा लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. सभी को कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है, जिससे वो एक बार फिर से पहले जैसी जिंदगी जी सकें. इस सबके बीच एक अच्छी खबर आई है.

जानकारी के मुताबिक भारत में कोरोना वैक्सीन का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. और सिर्फ 73 दिनों के अंदर वैक्सीन आम लोगों तक पहुंच जाएगी. भारत में लोगों की आर्थिक हालात को देखते हुए सरकार ने इसका टीका फ्री में लगाने का इंतजाम किया है.

यह वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ होगी, जिसे पुणे की कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट बना रही है. इस रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत भारत सरकार अपने नागरिकों को मुफ्त में टीके लगवाएगी.

द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि देश में साल के अंत तक घातक कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन आ जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले 4 से 5 महीनों में कोविड-19 की वैक्सीन उपलब्ध होने की संभावना है.

डॉ. हर्ष वर्धन ने ट्वीट किया कि कब तक आएगी कोरोना की वैक्सीन? पत्रकारों के इस सवाल पर मैंने उम्मीद जताई कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत इस साल के आखिर तक कोरोना वैक्सीन हासिल कर लेगा.

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश के वैज्ञानिक कोरोना की वैक्सीन बनाने में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं और उम्मीद है कि 2 महीने में ट्रायल पूरा हो जाएगा. वैक्सीन इसी साल लोगों को मिल जाएगी. क्लीनिकल ट्रायल अंतिम चरण में है और 3 व्यक्ति क्लीनिकल टेस्ट के तीसरे चरण में भी पहुंच चुके हैं.

हालांकि उन्होंने परीक्षण चरण की स्थिति को साझा करते हुए वैक्सीन के नामों का खुलासा नहीं किया. जबकि SII (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने हमें ‘विशेष विनिर्माण प्राथमिकता लाइसेंस’ और 58 दिनों में परीक्षण पूरा करने के लिए परीक्षण प्रोटोकॉल प्रक्रियाओं में सहायता की.