J&K: आर्टिकल 370 हटाने की पहली सालगिरह कल, आज से 2 दिन का कर्फ्यू लागू

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त 2019 को ही जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को समाप्त करने का बिल संसद में पेश किया था. आर्टिकल 370 को निरस्त करने की पहली सालगिरह कल है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने आज (मंगलवार) से घाटी में दो दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया है. […]

J&K: आर्टिकल 370 हटाने की पहली सालगिरह कल, आज से 2 दिन का कर्फ्यू लागू
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| Edited By: | Updated on: Aug 04, 2020 | 9:34 AM

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त 2019 को ही जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को समाप्त करने का बिल संसद में पेश किया था. आर्टिकल 370 को निरस्त करने की पहली सालगिरह कल है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने आज (मंगलवार) से घाटी में दो दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया है.

प्रशासन को आशंका है कि उपद्रवी हिंसा फैलाने की योजना बना रहे हैं. साथ ही अलगाववादी और पाकिस्तान परस्त गुट इस दिन को काला दिवस मनाने का विचार कर रहे हैं. इस प्रकार की सूचना मिलने के बाद ही प्रशासन ने 4 अगस्त और 5 अगस्त को कर्फ्यू लगा दिया है. लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है.

पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि पुलिस के पास इस बात की जानकारी है कि अलगाववादी और पाकिस्तान परस्त गुट इन प्रदर्शनों की आड़ में हिंसा भी फैला सकते हैं. इसलिए श्रीनगर में कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है. इस दौरान पूरी घाटी में प्रतिबंध के दौरान आवश्यक सेवाओं और आपातकालीन चिकित्सा सेवा को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार के आवागमन पर पाबंदी रहेगी.

कितने बदले हालात ?

पहली बरसी से पहले ही घाटी में ऑपरेशन क्लीन शुरू किया गया था. इस ऑपरेशन में सेना ने घाटी में छिपे आतंकियों को जहन्नुम पहुंचाने का काम किया. इस साल 30 जुलाई तक 148 दहशतगर्द ढेर किए जा चुके हैं. जिनमें से 116 दहशतगर्द अप्रैल के बाद से मारे गए हैं.

5 अगस्त 2019 से अप्रैल 2020 के बीच 8 महीनों में ये संख्या केवल 49 थी. हाल ही में आतंकियों ने घाटी में दहशत फैलाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सेना के सामने उनके मंसूबे कामयाब नहीं हो सके. ढेर होने वाले आतंकियों में 14 पाकिस्तानी आतंकी और एचएम, जेईएम व एलईटी के सीनियर लीडर भी शामिल थे.

पिछले कुछ महीनों में आतंकी नेटवर्क पर बहुत गहरी चोट पहुंची है. इस साल 30 जुलाई तक दहशतगर्दी से जुड़ी 70 मामूली घटनाओं की ख़बरें आईं हैं, जबकि पिछले साल इसी अवधि में ये संख्या 107 थीं. इसके अलावा सुरक्षा बलों की सतर्कता के चलते इस साल में आईईडी धमाकों की 6 कोशिशें नाकाम की गईं.