Kerala Plane Crash: हवाईपट्टी खत्म होते ही गहरी खाई यानि टेबलटॉप रनवे, जानें क्यों मुश्किल होती है लैंडिंग
नई दिल्ली. केरल में हुए दर्दनाक विमान हादसे से पूरा देश सदमें में है…शुक्रवार को केरल के कोझिकोड में दुबई से आ रहा एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान उतरते समय फिसला और दो टुकड़ों में बंट गया.. इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई… ये पहला मौका नहीं जब देश ने विमान हादसे […]
नई दिल्ली. केरल में हुए दर्दनाक विमान हादसे से पूरा देश सदमें में है…शुक्रवार को केरल के कोझिकोड में दुबई से आ रहा एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान उतरते समय फिसला और दो टुकड़ों में बंट गया.. इस हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई…
ये पहला मौका नहीं जब देश ने विमान हादसे के दंश को झेला हो…भारत में पहले भी कई विमान दुर्घटनाओं के शिकार हो चुके हैं.. लेकिन इस हादसे का बड़ा कारण इस एयरपोर्ट के टेबलटॉप रनवे को माना जा रहा है. हम बताएंगे कि ये क्या होता है, और ऐसे रनवे कहां पर बनाए जाते हैं…टेबलटॉप रनवे में जोखिम काफी ज्यादा होता है….लैंडिंग और उड़ान दोनों के दौरान काफी सावधानी बरतनी होती है…
क्या होता है टेबलटॉप रनवे?टेबलटॉप एयरपोर्ट का मतलब है कि हवाई पट्टी के इर्द-गिर्द घाटी होती है….टेबलटॉप में रनवे खत्म होने के बाद आगे ज्यादा जगह नहीं होती है..ये रनवे आम एयरपोर्ट के रनवे से काफी छोटे होते हैं…ऐसे रनवे का एक या दोनों सिरा गहरी खाई की तरफ खुलता है.
इन रनवे पर प्लेन उतारने वाले पायलट खास तरह से ट्रेंड होते हैं..क्योंकि इन रनवे के दोनों तरफ या एक तरफ गहरी खाई होती है, जिससे यहां पर हादसे की आशंका काफी ज्यादा रहती है… बारिश और धुंध के मौसम में ऐसे रनवे पर हादसे की संभावना काफी ज्यादा हो जाती है.
भारत में टेबलटॉप रनवे हादसाभारत में टेबलटॉप हादसे पहले भी हो चुके हैं.. साल 2010 मेंगलुरु इंटरनेशल एयरपोर्ट पर दुबई से आ रहा एयर इंडिया का विमान रनवे पर फिसल कर गहरी खाई में जा गिरा था….इस हादसे में 158 लोग मारे गए थे… विमान में क्रू मेंबर्स समेत 166 लोग सवार थे…
क्यों माना जाता है रिस्की एयरक्राफ्ट की लैंडिंग को रिस्की माना जाता है क्योंकि ये नीचे के प्लेन के सेम लेवल पर होने का दृष्टि भ्रम पैदा करता है….लैंडिंग करते समय विजुअल रेफरेंस में बदलाव होता है…पायलट के सामने विमान को बहुत ऊंचा या फिर नीचे ले जाने का चैलेंज होता है…जब ये लैंडिग रात या बारिश के समय पर हो तो ये काफी चुनौतीपूर्ण हो जाती है..अब आपको बताते हैं कि भारत में कहां-कहां पर टेबलटॉप रनवे बने हुए हैं.
भारत में टेबलटॉप रनवे यानि पहाड़ियों पर बने रनवे उनमें केरल का कालीकट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (कोझिकोड), मंगलोर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कर्नाटक और मिजोरम में लेंगपुई एयरपोर्ट शामिल है…मिजोरम के लेंगपुई एय़रपोर्ट का रनवे भी पहाड़ की चोटियों पर बना है जो करीब 2,500 मीटर लंबा है….खास बात ये है कि ये नदियों के संगम पर बना है. और ये भारत के उन 3 एयरपोर्ट में से एक है जिसके पास टेबल टॉप रनवे है जो ऑप्टिकल इल्यूजन पैदा करता है….
इसके अलावा साल 2018 में सिक्किम को अपना पहला एयरपोर्ट मिला था…इस एयरपोर्ट के रनवे को भी टेबल टॉप रनवे कहा जाता है….ये रनवे समुद्र तल से 4,500 फुट की ऊंचाई पर बसे पाकयोंग गांव के करीब दो किलोमीटर ऊपर एक पहाड़ी की चोटी पर बनाया गया है…
इसी तरह जम्मू-कश्मीर के लेह में भी कुशोक बाकुला रिमपोची एयरपोर्ट पर टेबलटॉप रनवे हैं जहां विमानों को उतारना किसी चुनौती से कम नहीं होता है….ये एयरपोर्ट सबसे ज्यादा ऊंचाई पर होने की वजह से भी दुनिया भर में चर्चित है….