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अब चारधाम की यात्रा होगी आसान, मोदी सरकार कर रही है ये काम

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि करोड़ों श्रद्धालु जल्द ही रेल के माध्यम से चारधाम यात्रा कर सकेंगे. उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा आसान करने जा रही है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पवित्र वादियों में स्थित […]

अब चारधाम की यात्रा होगी आसान, मोदी सरकार कर रही है ये काम
| Edited By: | Updated on: Aug 21, 2020 | 7:52 PM
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रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि करोड़ों श्रद्धालु जल्द ही रेल के माध्यम से चारधाम यात्रा कर सकेंगे. उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा आसान करने जा रही है.

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की पवित्र वादियों में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु रेल से अब यात्रा कर सकेंगे.

327 किलोमीटर लम्बी होगी चार रेल लाइन

हिंदू धर्म में चारधाम यात्रा का विशेष महत्व है. इन पवित्र धामों तक श्रद्धालु आसानी से पहुंच सकें, इसके लिए मोदी सरकार चारधाम प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. इसके तहत चारों धामों को रेल मार्ग से जोड़ने का काम किया जाएगा.

भारतीय रेल चारधाम को रेल मार्ग से जोड़ने के लिए उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में चार रेल लाइन बिछाएगी जिसकी कुल लंबाई 327 किलोमीटर होगी. यह रेल लाइन देहरादून, पौड़ी, टिहरी गढ़वाल, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी से होती हुई गुजरेगी.

चारधाम तक मिलेगी सस्ती और सुगम सुविधा:

चारधाम को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए 44 हजार करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है. सरकार चारधाम तक परिवहन की सस्ती और सुगम सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चारधाम यात्रा मार्ग को परिवहन के विभिन्न माध्यमों से जोड़ेगी. इसमें रेल मार्ग, वर्नीकुलर रेल, रोपवे और सड़क परिवहन भी शामिल है.

अगले 5 साल में रेल से जुड़ जाएंगे चारधाम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना चारधाम के लिए रेलवे ने सर्वे का काम पूरा कर लिया है. अब अगले पांच साल में इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य है.

हिन्दुस्थान समाचार/सुशील